
धनबाद। पुराना स्टेशन की रहने वाली पूर्व साक्षरता कर्मी सह समाजसेविका लक्ष्मी पासवान का शनिवार को आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। लक्ष्मी पासवान एक जुझारू और निस्वार्थ भाव से समाज सेवा करने वाली महिला थीं। वे जाति, धर्म या ऊंच-नीच का भेदभाव किए बिना हर जरूरतमंद की मदद करती थीं। दिन हो या रात, गर्मी, ठंड या बारिश — लोगों की परेशानी में हमेशा आगे रहती थीं। पूर्व साक्षरता कर्मी मदन प्रसाद ने बताया कि लक्ष्मी पासवान धनबाद नगरपालिका साक्षरता वाहिनी की सक्रिय सदस्य थीं और राष्ट्रपति द्वारा सत्यनमित्रा पुरस्कार प्राप्त करने वाली टीम का हिस्सा रही थीं। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई स्वयं सहायता समूहों का गठन किया और शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला विकास तथा गरीबी रेखा सर्वे जैसे सरकारी अभियानों में उल्लेखनीय योगदान दिया। उनकी बड़ी बहन तारा कुमारी पासवान ने बताया कि वे लंबे समय से बीमार चल रही थीं और शुगर लेवल बढ़ने के कारण शहीद निर्मल मुखर्जी मेडिकल हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया। उनके निधन की खबर सुनते ही परिवारजनों, सहयोगियों और स्थानीय लोगों में शोक व्याप्त हो गया तथा सैकड़ों लोग अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े।
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