

लोयाबाद। लोयाबाद के बांसजोड़ा 12 नंबर क्षेत्र में हो रही लगातार मूसलाधार बारिश ने यहां के निवासियों की मुश्किलें और भी बढ़ा दी हैं। बारिश के कारण इस अग्नि-प्रभावित क्षेत्र में भूधंसान और गैस रिसाव की समस्या गंभीर हो गई है। जगह-जगह से निकलती जहरीली गैस और भाप ने पूरे इलाके को धुंध और धुएं की चपेट में ले लिया है, जिससे कुछ ही दूरी तक भी साफ देख पाना मुश्किल हो गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गैस और धुएं की वजह से सांस लेना बेहद मुश्किल हो गया है। बच्चे और बुजुर्ग लगातार खांसी, सीने में जलन और आंखों में जलन की शिकायत कर रहे हैं, जिससे दमा और सांस के मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। बांसजोड़ा निवासी गुड्डू मिश्रा ने बताया कि रात में गैस का दबाव इतना बढ़ जाता है कि दरवाजे और खिड़की बंद होने के बावजूद कमरे में सांस लेना मुश्किल हो जाता है। वहीं, स्थानीय महिला राधा देवी का कहना है कि बच्चे रात भर खांसते रहते हैं और कई बार तो दम घुटने जैसा महसूस होता है।

इस गैस रिसाव का स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर पड़ रहा है। लोगों को आंखों की रोशनी धुंधली होने, सांस लेने में कठिनाई, त्वचा रोग और फेफड़ों की बीमारियों जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि लंबे समय तक इस गैस के संपर्क में रहना बेहद खतरनाक हो सकता है।

स्थानीय निवासियों ने प्रशासन और बीसीसीएल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि वर्षों से यह समस्या बनी हुई है, लेकिन अभी तक इसे रोकने के लिए कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया है और न ही प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर बसाया गया है। लोगों ने कोयला मंत्री से इस समय दौरे की मांग की है, ताकि वे खुद स्थिति की भयावहता देख सकें।
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही राहत और पुनर्वास की व्यवस्था नहीं की गई तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। फिलहाल, बांसजोड़ा क्षेत्र के हजारों लोग मौत के साये में जीने को मजबूर हैं।
There is no ads to display, Please add some





Post Disclaimer
स्पष्टीकरण : यह अंतर्कथा पोर्टल की ऑटोमेटेड न्यूज़ फीड है और इसे अंतर्कथा डॉट कॉम की टीम ने सम्पादित नहीं किया है
Disclaimer :- This is an automated news feed of Antarkatha News Portal. It has not been edited by the Team of Antarkatha.com