

औरंगाबाद: प्रधान न्यायाधीश और मध्यस्थता निगरानी एवं पर्यवेक्षी समिति के अध्यक्ष अरुण कुमार ने कहा है कि मध्यस्थता आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि यह एक स्वच्छ समाज और बेहतर पारिवारिक माहौल बनाने में अहम भूमिका निभाती है।
प्रधान न्यायाधीश ने अपनी अध्यक्षता में हुई एक बैठक में यह बात कही, जिसमें लोक अभियोजक पुष्कर अग्रवाल, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संजय सिंह सहित कई अन्य अधिकारी और अधिवक्ता शामिल थे। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 90 दिनों का एक विशेष मध्यस्थता अभियान चलाया जा रहा है।

इस अभियान का उद्देश्य वैवाहिक विवाद, दुर्घटना, घरेलू हिंसा, चेक बाउंस और संपत्ति विवाद जैसे कई लंबित मामलों का निपटारा करना है। न्यायाधीश ने अपील की कि तालुका और जिला न्यायालयों में ऐसे ज्यादा से ज्यादा मामलों को मध्यस्थता के जरिए सुलझाया जाए, ताकि आम लोगों को जल्द और सस्ता न्याय मिल सके।

मध्यस्थता समन्वयक और जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव तान्या पटेल ने कहा कि इस अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए पारा विधिक स्वयंसेवकों की मदद ली जा रही है, जिसके सकारात्मक नतीजे दिख रहे हैं और लोग इसका लाभ उठा रहे हैं।
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