
लखीसराय (सुजीत कुमार)– शनिवार 15 फरवरी को कम्युनिटी हेल्थ सेंटर रामपुर चानन के सभागार में गैर संचारी रोग की रोकथाम को लेकर बैठक किया गया। यह बैठक में एनसीडी अश्वनी कुमार और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में किया।
जिसमें सीएचओ राजू कुमार सीएचओ, अभिषेक कुमार संग सभी आशा फेसिलेटर और अस्पताल प्रबंधक वाहिनी आदि मौजूद थे। इस दौरान बताया गया कि एनसीडी का क्या मतलब है एनसीडी जिसे पूर्ण रूप से गैर-संचारी रोग कहा जाता है यह कैसे होता है। गैर-संचारी रोग प्रकृति में गैर-संक्रामक होते हैं और इसलिए संक्रामक रोगों की तरह नहीं फैलते हैं। अधिकांश गैर-संचारी रोग दीर्घकालिक होते हैं और लंबे समय तक चलते हैं। वैश्विक मौतों में से लगभग 71% के लिए गैर-संचारी रोग ज़िम्मेदार हैं। इसके अलावा, ये मौतें मध्यम और निम्न आय वाले देशों में केंद्रित हैं।

चार प्रमुख मृत्यु-कारक गैर-संचारी रोग हैं -हृदय रोग, कैंसर,श्वसन रोग,मधुमेह एनसीडी जीवनशैली के साथ-साथ आनुवंशिक कारकों के कारण भी हो सकते हैं। इसलिए उनमें से कुछ को जीवनशैली संबंधी बीमारियाँ भी कहा जाता है। एनसीडी के लिए जोखिम कारक ज्यादातर खराब आहार, व्यायाम की कमी, अपर्याप्त नींद, धूम्रपान, शराब का सेवन और तनाव हैं। इनसे बचने के लिए सही पोषक तत्व के रूप में सही भोजन और साफ सुथरा रहना अति आवश्यक है इसके साथ ही समय से भोजन को लेना और उसके अनुरूप शारीरिक क्रिया भी करना अति आवश्यक होता है।

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