
नेशनल डेस्क:
सुप्रीम कोर्ट में 6 अक्टूबर 2025 को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की घटना को अंजाम देने वाले एडवोकेट राकेश किशोर के हालिया बयानों पर लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने कड़ा कटाक्ष किया है।

जूता फेंकने की कार्रवाई के बाद, एडवोकेट राकेश किशोर ने अपने एक बयान में दावा किया कि 90 के दशक में मुरादाबाद में, जहाँ उनकी पत्नी प्रोफेसर थीं और मुस्लिम आबादी अधिक थी, वहाँ उनके साथ और उनकी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार होता था। उन्होंने कहा कि “मुस्लिम समुदाय के लोग… मेरी पत्नी को उठाकर ले जाते थे” और माहौल ऐसा था कि उन्हें पीटा जाता था।

नेहा सिंह राठौर का तीखा वार
न्यूज 24 की एक रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, नेहा सिंह राठौर ने ट्वीट किया:
“जब इनकी पत्नी को उठाकर ले जाया जाता था, तब इनसे जूता नहीं मारा गया, लेकिन सी जे आई पर जूता फेंक दिया! बिल्कुल वैसे ही जैसे नाथू राम गोडसे ने कभी अंग्रेजों पर गोलों नहीं चलाई लेकिन एक बूढ़े महात्मा को तीन गोलियां मारी! ये सब के सब कायर धूर्त हैं!”
दलित मुद्दे पर भी सरकार को घेरा
नेहा सिंह राठौर ने इस घटना को दलित मुद्दों से जोड़ते हुए केंद्र सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने अपने अन्य ट्वीट में लिखा:
“हरियाणा के IPS की आत्म हत्या, दिल्ली में सी जे आई पर जूता फेंकना और यू पी की रायबरेली में दलित व्यक्ति की मॉबलॉचिंग केंद्र समेत इन सभी जगहों पर भाजपा की सरकार है, और सारे पीड़ित दलित समाज से जुड़े रहे हैं! कुछ समझ रहे हैं या हर बात बोलकर बतानी होगी? देख रहे हो बिहार वाले”
ज्ञात हो कि 6 अक्टूबर को जूता फेंकने की घटना के तुरंत बाद भी नेहा सिंह राठौर ने ट्वीट कर सवाल उठाया था और घटना को लेकर “धर्म नहीं जाती देखी!” कहकर कैप्शन में “मोदी कल का भारत!” लिखा था।
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