

अबुधाबी में बिहार और झारखंड निवासी लोगों ने 2008 में पहली बार छठ पूजा शुरू की थी। तब से यह पूजा हर साल बड़े स्तर पर की जाती है। 2017 में बिहार, झारखंड और उत्तरप्रदेश के कुछ व्रतियों के परिवार ने इस पूजा को सामूहिक तौर पर किया और लोग शामिल होते गये। 2019 में इस पूजा को बड़े स्तर पर बनाने के लिए बिहार समाज की स्थापना की गई, जो आज बिहार-झारखंड समाज के नाम से जाना जाता है।
बर्मिंघम में भी 500 परिवार छठ पूजा के लिए अर्घ्य देंगे। यह पूजा हर साल बड़े स्तर पर की जाती है और लोगों को एकत्रित होकर पूजा करने का अवसर मिलता है।

इस पूजा के माध्यम से, विदेशों में बसे भारतीय समुदाय के लोग अपनी सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखने और अपने परंपराओं को पालन करने का अवसर प्राप्त करते हैं। यह पूजा भारतीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है और इसे बड़े ही उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है।

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