
झरिया: अनुशासन, पवित्रता और आस्था का प्रतीक चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा शनिवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया है. झारखंड के धनबाद, झरिया, सिंदरी, गोविंदपुर, बलियापुर, निरसा समेत पूरे कोयलांचल के आसपास वाले इलाकों में श्रद्धालु बड़े उत्साह और भक्ति के साथ इस महापर्व को मना रहे हैं। शनिवार को सुबह से ही व्रती महिलाओं और पुरुषों ने विभिन्न नदियों, तालाबों और जलाशयों में स्नान कर सूर्य देव की पूजा-अर्चना कर अपने पवित्र व्रत की शुरुआत करते हुए नजर आए। झरिया के दामोदर नदी पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई।
वहीं बात अगर हम झरिया विधायक रागिनी सिंह की करे तो वह भी अपने कोलकुसमा स्थित सिंह मेंशन मे अपने परिजनों संग पूरी श्रद्धा, भक्तिभाव व स्वच्छता के साथ कद्दू, भात व चना का दाल बनाया साथ ही गाय माता ओर छठी मईया को भोग अर्पित करने के बाद विधायक ने प्रसाद ग्रहण किया। तदोपरांत परिवार के अन्य सदस्यों ने प्रसाद लिया।

इस दौरान विधायक रागिनी सिंह ने कहा कि छठ पर्व में शारदा सिन्हा कमी खल रही है। क्योंकि स्वर्गीय शारदा सिन्हा जी द्वारा मधुर और भक्तिमय तरीके से गाया गया भजन ” कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाय बहंगी लचकत जाय गीत अभी भी श्रद्धालुओं के जहन मे बैठ गया है। आज भी उनके मधुर भजन सुन एवं गा कर ही छठ व्रत की शुरुआत की।

विधायक रागिनी सिंह ने कहा कि नहाय-खाय, अत्यंत पवित्र माना जाता है. आज सिंह मेंशन परिवार में छठ पर्व में खुशी का माहौल है। रविवार को खरना, सोमवार को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को प्रथम अर्घ्य दिया जाएगा।
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