

पटना, बिहार: बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है, और यह चुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। यह चुनाव पार्टी के भविष्य का आधार तय करेगा।
पिछले तीन दशकों से बिहार की राजनीति में हाशिये पर रही कांग्रेस के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है, जब उसे अपनी प्रासंगिकता साबित करनी होगी। राज्य में पार्टी का संगठन कमजोर हुआ है और उसका जनाधार भी सिकुड़ता गया है।

कांग्रेस को इस चुनाव में न केवल अपने सहयोगियों के साथ सीटों के तालमेल को मजबूत करना होगा, बल्कि जमीनी स्तर पर भी अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। 2025 का चुनाव कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व और राज्य इकाई, दोनों के लिए एक बड़ी चुनौती है ताकि वह बिहार की राजनीति में खुद को एक निर्णायक ताकत के रूप में स्थापित कर सके।

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