

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आशा और ममता कार्यकर्ताओं को बड़ा तोहफा दिया है. अब आशा कार्यकर्ताओं को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि में तीन गुना वृद्धि कर दी गई है, जबकि ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव मिलने वाली राशि दोगुनी की गई है. यह घोषणा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर की है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में आशा और ममता कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. उनके योगदान को देखते हुए और उनके मनोबल को बढ़ाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है. अब आशा कार्यकर्ताओं को ₹1,000 की जगह ₹3,000 प्रति माह प्रोत्साहन राशि मिलेगी. वहीं, ममता कार्यकर्ताओं को प्रति प्रसव ₹300 के स्थान पर ₹600 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी.

लगभग एक साल से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही आशा और ममता कार्यकर्ताओं के लिए यह एक बड़ी जीत है. बिहार में 95,642 आशा कार्यकर्ताएँ हैं जो राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करती हैं. इसी तरह, 5,111 ममता कार्यकर्ताएँ गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए अस्पताल ले जाने का महत्वपूर्ण कार्य करती हैं.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में कई अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएँ भी की हैं. इसमें बिहार पत्रकार सम्मान पेंशन योजना के तहत पत्रकारों को मिलने वाली मासिक पेंशन को ₹6,000 से बढ़ाकर ₹15,000 करना शामिल है. इसके अतिरिक्त, सामाजिक सुरक्षा पेंशन को ₹400 से बढ़ाकर ₹1,100, जनता को 125 यूनिट मुफ्त बिजली और अगले पाँच वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार देने का भी ऐलान किया गया है. यह सभी घोषणाएँ आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सरकार की लोक-कल्याणकारी नीतियों का हिस्सा मानी जा रही हैं.
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