
झरिया: देश और दुनिया भर में 20 नवंबर को मनाए जाने वाले ‘विश्व बाल दिवस’ के अवसर पर झरिया स्थित सामाजिक परियोजना ‘कोलफील्ड चिल्ड्रन क्लासेस (सीसीसी)’ ने कम पढ़े-लिखे कोयला मजदूर और लोडर समुदाय के बच्चों में ‘दुनिया के बारे में जानकारी’ बढ़ाने के लिए एक नई पहल की है।
सीसीसी ने चार कोलियरी क्षेत्र के लगभग 100 छात्रों के बीच मानचित्र के बारे में पढ़ाया और भारत के मानचित्र वितरित किए और किसी देश, महासागर या पहाड़ का स्थान पता लगाना सिखाया।

यह पहल झरिया के सामाजिक कार्यकर्ता ने 14 नवंबर राष्ट्रीय बाल दिवस से शुरू किया है। कोलफील्ड चिल्ड्रन क्लासेस के संस्थापक और शिक्षक पिनाकी रॉय ने कहा है, ‘सभी के लिए सबसे पहले भूगोल और प्रकृति को जानना आवश्यक है। ये जानना बहुत ही आसान है। किसी जगह की दिशा जानने के लिए, हमेशा अपने घर के उत्तर की दीवार पर मानचित्र रखें या मानचित्र के ऊपर भाग को उत्तर दिशा में जमीन पर समांतराल रखें। आपके दृष्टि अगर उत्तर के ओर है, तो दाहिना हाथ पूर्व दिखाता है, बायां पश्चिम दिखाता है और पीछे दक्षिण दिखाता है। अपनी जगह को चिह्नित करें। जिस जगह को ढूंढना है उससे अपना जगह को एक सरल रेखा से जोड़ दीजिए। सही दिशा मिला जाएगा। कोलकाता से दिल्ली जानेवाले हवाई जहाज को झरिया धनबाद के लोग हर रोज़ आसमान में दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम के और जाते देखतें है। दिल्ली से कोलकाता जाने पर उलट तरफ उड़ते देखते हैं। ”

विश्व बाल दिवस पर जयरामपुर बंगाली कोठी में दीपूधोरा कोलियरी विस्थापित परिवारों के 20 बच्चों को स्वेटर वितरित किए। जड़ा के दिन में स्वेटर मिलने से बच्चों ने बहुत खुश हुए।
कार्यक्रम में पिनाकी राय, कलाकार संजय पंडित, मौसमी राय, सुमन कुमारी , राधिका कुमारी, पायल कुमारी, सिमरन कुमारी, कोमल कुमारी, गायत्री कुमारी, रिंकी कुमारी, मोनू कुमार, रोशनी कुमारी , अमन कुमार, जीगर कुमार, देव कुमार, राहुल कुमार, सूरज कुमार, धनराज कुमार , मीठी कुमारी आदि उपस्थित थे।
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