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चाईबासा HIV कांड के बाद धनबाद के समाजसेवियों की एकजुटता, CS कार्यालय की बैठक में अनुपस्थिति से निराशा; ‘रक्तदान डेटा’ माँगने पर उठे सवाल

Byadmin

Oct 31, 2025

 


 

धनबाद: चाईबासा सदर अस्पताल में थैलेसीमिया पीड़ित 5 मासूम बच्चों को कथित तौर पर एचआईवी संक्रमित खून चढ़ाए जाने की हृदयविदारक घटना के बाद, धनबाद जिले के समाजसेवियों ने स्वास्थ्य व्यवस्था में ‘बदलाव की ज़रूरत’ पर ज़ोर देते हुए एकजुटता दिखाई है।

बैठक रद्द होने से निराशा

धनबाद जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए समाजसेवियों के साथ गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की एक आवश्यक बैठक प्रस्तावित थी। एनजीओ को पूर्व में सिविल सर्जन महोदय के साथ स्वास्थ्य व्यवस्था पर विचार-विमर्श की सूचना दी गई थी।

सभी समाजसेवी दूर-दराज़ से सुबह 11:00 बजे निर्धारित समय पर पहुँच गए, लेकिन दोपहर 12:30 बजे तक सिविल सर्जन की ओर से न तो उपस्थिति दर्ज की गई और न ही कोई सूचना दी गई। समाजसेवियों ने इस स्थिति को न केवल निराशाजनक बताया, बल्कि इसे उनके समर्पण और प्रयासों को ठेस पहुँचाने वाला कदम भी कहा।

स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल

समाजसेवियों ने बताया कि झारखंड के हर ज़िले में, बिना किसी सरकारी सहायता के, वे लगातार मानवता की सेवा में समर्पित हैं। चाहे थैलेसीमिया, डायलिसिस, कैंसर रोगी हों या सड़क दुर्घटना से पीड़ित व्यक्ति, समाजसेवी आगे बढ़कर रक्तदान कर लोगों की जिंदगियाँ बचाते रहे हैं।

समाजसेवियों ने यह गंभीर सवाल उठाया कि:

“जब कोई सहयोग ही नहीं, तो सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा समाजसेवियों से रक्तदान शिविर का डेटा (रिपोर्ट) माँगने का अधिकार किस आधार पर है?”

उनका कहना था कि समाजसेवियों से डेटा तभी माँगा जा सकता है जब सिविल सर्जन स्वयं शिविर लगाने में सहयोग और मार्गदर्शन दें।

सरकारी कार्यालयों में रक्तदान शिविर की मांग

समाजसेवियों ने स्वास्थ्य विभाग से विनम्र निवेदन किया कि जिस तरह वे अपनी जिम्मेदारी समझकर रक्तदान शिविर लगाते हैं, उसी तरह हर सरकारी कार्यालय में नियमित रक्तदान शिविर आयोजित किए जाएँ, चाहे 5 यूनिट का ही क्यों न हो।

समाजसेवियों ने सरकार से एक सख्त निर्देश जारी करने की मांग की, जिसके तहत प्रत्येक सरकारी कार्यालय वर्ष में कम से कम एक बार रक्तदान शिविर आयोजित करे।

 

बैठक में उपस्थित समाजसेवियों ने अंत में कहा: “रक्तदान केवल सेवा नहीं, एक संस्कार है।” और सभी से मानवता के इस महायज्ञ को आगे बढ़ाने की अपील की।

 

 


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