

पतंजलि योग समिति भारतस्वाभिमान लोहरदगा के तत्वावधान में स्थानीय गुरुकुल शांति आश्रम में मकर संक्रांति का त्योहार मनाया गया।सर्वप्रथम आचार्य गणेश शास्त्री, अर्जुनदेव आर्य ,
किशन आर्य के द्वारा आचार्य शरतचन्द्र आर्य एवं भारतस्वाभिमान पतंजलि के जिला प्रभारी प्रवीण कुमार भारती की उपस्थिति में यज्ञ हवन किया गया ।

इस अवसर पर उपस्थित ब्रह्मचारी यों एवं लोगों को संबोधित करते हुए जिला प्रभारी प्रवीण भारती ने कहा कि मकर संक्रांति पर्व हमारी सनातनी संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है, आज ही के दिन महर्षि भगीरथ के अखण्ड तप से माँ गंगा का अवतरण पृथ्वी पर हुआ,भीष्म पितामह ने सूर्य भगवान के उत्तरायण होने पर ही अपने प्राण त्यागे थे,इस दिन हवन यज्ञ, तप,स्वाध्याय एवं दान का विशेष महत्व है।

हमें अपनी सनातनी संस्कृति पर गर्व करना चाहिए।हमें वेदानुकूल जीवन जीना चाहिए, आचरण करना चाहिए, तभी स्वयं का,समाज का एवं देश का कल्याण सम्भव है।आज हम भटक गए हैं और अपनी गौरवपूर्ण संस्कृति को भूल बैठे हैं जो अधोगति की ओर ले जाकर हमारा सांस्कृतिक पतन का कारण बन गया है।आज हरेक घर में यज्ञ हवन होना चाहिए जिससे घर का वातावरण विशुद्ध रहे एवं चारित्रिक दोषों का शमन हो।
इसके बाद सभी उपस्थित जनों एवं ब्रह्मचारियों को चूड़ा दही तिलकुट गुड़ आदि का सामूहिक भोजन प्रसाद कराया गया ।आचार्य शरतचन्द्र आर्य ने कहा कि आज के दिन हवन यज्ञ अध्यात्म का अवश्य अनुष्ठान करना चाहिए, यह हमारी गौरवपूर्ण संस्कृति का अटूट हिस्सा है।राज्यकार्यकारिणी सदस्य शिवशंकर सिंह पतंजलि परिवार के द्वारा योग आयुर्वेद के प्रचार प्रसार हेतु पदाधिकारीयों से पुरुषार्थ करने हेतु आह्वान किया गया।
इसके बाद आचार्य दयाशंकर जी की दिवंगत आत्मा की शांति हेतु पुष्पांजलि दी गयी।पतंजलि परिवार लोहरदगा की ओर से आचार्य शरतचंद्र जी,गणेश जी एवं अर्जुन जी को वस्त्र प्रदान किया गया एवं सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर वनवासी कल्याण आश्रम के कृपा प्रसाद सिंह,राज्य कार्यकारिणी सदस्य शिवशंकर सिंह,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दीपक कुमार,योगप्रशिक्षक रेखा भारती, खुशी भारती, अभय भारती, अनामिका भारती प्रदीप पाठक,अनिल पांडे,अंकित अग्रवाल,संजय मधुर,दिनेश जी,महेंद्र जी,रवि कुमार,लाल दीपक नाथ शाहदेव, पवन पाठक,नवनीत गौड़ आदि बड़ी संख्या में महिला पुरूष उपस्थित थे।
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