

आदित्यपुर : सरायकेला खरसावां जिला के आदित्यपुर स्थित ईएसआईसी हॉस्पिटल में मरीजों का ईलाज में लापरवाही बरती जा रही है. ससमय पे उपचार नहीं मिलने से मरीजों का हालात बद से बदतर होते जा रही है. पैसे के अभाव में प्राइवेट अस्पतालों का ईलाज छोड़कर ईएसआईसी के लाभार्थी अपने ईलाज करवाने पहुंचते हैं. आपातकालीन के समय में मरीजों को उचित उपचार नहीं मिलने से उनकी जान पर बन आ रही है. बता दे की ईएसआईसी के तहत विमित कर्मचारियों और उनके अस्तित्व को कंप्लीट मेडिकल केयर मिलती है. जिसमें मेडिकल अटेंडेंर , ट्रीटमेंट दवाइयां इंजेक्शन स्पेशलिस्ट कंसल्टेंशन और हॉस्पिटलाइजेशन भी शामिल है. मगर ईएसआईसी हॉस्पिटल में सही तरह का लाभ ईएसआईसी के लाभार्थी को नहीं मिल रही है. इतने बड़े अस्पताल में आपातकालीन के समय अटेंडेंर , स्पेशलिस्ट कंसल्टेंसी की सुविधा नहीं मिलती है. परिवार के सदस्य खुद ही अटेंडेंस बनकर जनरल फिजिशियन के साथ अपना योगदान देते हैं. अस्पताल में वार्ड बॉय की कमी होने के कारण परिजन खुद ही मरीज को उठाकर वार्ड में शिफ्ट करते हैं. रही बात बेड पर से कपड़े बदलने की तो परिजन खुद ही अपने मरीजों के बेडशीट तक बदलते हैं. जो भी मरीज की स्थिति ज्यादा दयनीय होती है, टॉयलेट और बाथरूम जाने में सक्षम नहीं होते हैं तो वार्ड बॉय द्वारा कोई भी सुविधा मरीज को नहीं दी जाती है.
ईएसआईसी हॉस्पिटल इतना बड़ा है कि जिसमें करोड़ रूपया पैसे खर्च करके ईएसआईसी के लाभार्थियों को सुविधा प्रदान करने के लिए बनाई गई है.
मगर इस बड़े बिल्डिंग के अंदर इक्विपमेंट होने के बावजूद भी बाहर ही एक्स-रे करने के लिए बाहर भेजा जाता है जहां परिजन अपने खुद के ही पैसा लगवाकर परिवार के सदस्यों का इलाज करवा रहे हैं . इस अस्पताल में करोड़ो रुपया खर्च होने के बावजूद भी ईएसआईसी के लाभार्थी इससे वंचित है. आज भी सही तरह के उपचार के लिए दर-दर भटक रहे हैं. कुछ दिन पूर्व ही मरीजों का रेफर प्राइवेट हॉस्पिटलों में बंद कर दिया गया है जिससे मरीजों की स्थिति और भी दयनीय होते जा रही है
बता दे कि भारत सरकार का श्रम और रोजगार मंत्रालय देश के संगठित क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों को कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत कई तरह के लाभ देता है. ईएसआईसी एक ऐसा सरकारी सिस्टम है, जिसे श्रमिक आबादी और उनके आश्रितों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है.
क्या क्या मिलती हैं ईएसआईसी में सुविधा
भारत सरकार का श्रम और रोजगार मंत्रालय देश के संगठित क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों को कर्मचारी राज्य बीमा योजना के तहत कई तरह के लाभ दिया जाता है. ईएसआईसी एक ऐसा सरकारी सिस्टम है, जिसमें श्रमिक आबादी और उनके आश्रितों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है. ईएसआईसी के तहत लाभार्थी को संपूर्ण चिकित्सा देखभाल के अलावा मुश्किल समय में आर्थिक लाभ दिया जाता हैं. इसके अलावा जिन लाभार्थियों की औद्योगिक दुर्घटनाओं या व्यावसायिक खतरे के कारण मृत्यु हो जाती है, ऐसे लाभार्थी के आश्रितों को मासिक पेंशन की भी सुविधा दी जाती है.
ई एस आई सी के तहत बीमित कर्मचारियों और उनके आश्रितों को कंप्लीट मेडिकल केयर मिलती है. इसमें मेडिकल अटेंडेंस, ट्रीटमेंट, दवाइयां, इंजेक्शन, स्पेशलिस्ट कंसल्टेशन और हॉस्पिटलाइजेशन भी शामिल है. इतना ही नहीं, ई एस आई सी अपने बीमित सदस्यों को इम्यूनाइजेशन और फैमिली वेलफेयर सर्विसेज भी मुहैया कराता है. ईएसआईसी में बीमित व्यक्ति या उसके परिवार के सदस्य के इलाज पर खर्च की कोई सीमा नहीं है. इसके अलावा सालाना प्रीमियम के भुगतान पर रिटायर्ड और स्थायी रूप से विकलांग बीमित व्यक्तियों और उनके पति या पत्नी को मेडिकल केयर भी प्रदान किया जाता है.
मगर इन सभी सुविधाओं में ईएसआईसी के लाभार्थी को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है
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