
सरायकेला: नारायण प्राइवेट आईटीआई, लुपुंगडीह, चांडिल में आज (26 अक्टूबर) महान स्वतंत्रता सेनानी, समाजसेवी और निर्भीक पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी जी की जयंती बड़े ही श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और पुष्प अर्पण के साथ हुआ, जिसके बाद शिक्षकों और छात्रों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
संस्थान के संस्थापक सह प्रदेश कार्य समिति सदस्य डॉ. जटाशंकर पांडे जी ने इस अवसर पर कहा कि गणेश शंकर विद्यार्थी जी का जन्म 26 अक्तूबर 1890 को प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) में हुआ था। उन्होंने 1913 में ‘प्रताप’ नामक साप्ताहिक पत्र की स्थापना की, जिसके माध्यम से ब्रिटिश सरकार के अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध जनजागरण किया।

डॉ. पांडे ने कहा, “वह एक ऐसे नायक थे जिन्होंने सत्य, साहस और जनसेवा के माध्यम से समाज में जागरूकता फैलाई। हमें उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर सद्भावना, एकता और राष्ट्रसेवा की भावना से कार्य करना चाहिए।”

संस्थान के प्राचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि गणेश शंकर विद्यार्थी जी ने अपने जीवन से यह सिद्ध किया कि कलम की ताकत तलवार से कहीं अधिक होती है।
इस दौरान विद्यार्थियों ने देशभक्ति गीत, भाषण और विचार प्रस्तुति दी, जिससे पूरा वातावरण देशप्रेम से ओतप्रोत हो उठा। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
इस अवसर पर मुख्य रूप से एडवोकेट निखिल कुमार, शांति राम महतो, जयदीप पांडे, भगत लाल तेली, प्रकाश महतो, पवन महतो, शुभम साहू, संजीत महतो, गौरव महतो, अजय मंडल एवं कृष्णा पद महतो उपस्थित रहे।
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