
धनबाद के कल्याणी प्लाज़ा प्रांगण में एकल अभियान के अंतर्गत एकल श्रीहरि के 111वें धर्मरथ का भव्य उद्घाटन हुआ। इस कार्यक्रम का शुभारंभ धनबाद के माननीय विधायक श्री राज सिंहा ने अपने करकमलों से किया। इस दिन पूरे भारतवर्ष में लगभग 111 धर्मरथों का संचालन सुदूर ग्रामीण इलाकों में एकल श्रीहरि के माध्यम से प्रारंभ किया गया।
एकल श्रीहरि का मुख्य उद्देश्य

एकल श्रीहरि, एकल अभियान का एक समाजसेवी संगठन है जिसका मुख्य लक्ष्य पंचमुखी शिक्षा में से मूल्याधारित संस्कार शिक्षा के माध्यम से दूरस्थ, पर्वतीय, जनजातीय एवं वनांचल क्षेत्रों में बसे वन-बन्धुओं का सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक उत्थान करना है। यह संगठन समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और वनवासी गाँवों में संस्कारित, स्वावलंबी एवं जागरूक समाज की स्थापना के लिए कार्यरत है।

श्रीहरि रथ योजना
श्रीहरि रथ योजना एक विशेष कार्यक्रम है, जिसके अंतर्गत छोटे गतिशील ट्रक के रूप में रथ तैयार किया जाता है। इस रथ में भगवान का एक मंदिर स्थापित होता है और यह दूरस्थ वन क्षेत्रों के गाँव-गाँव की यात्रा करता है। रथ का उद्देश्य ग्रामीणों में आध्यात्मिक, सांस्कृतिक शिक्षा प्रदान करना और सामाजिक समरसता बढ़ाना है।
सांस्कृतिक और आध्यात्मिक गतिविधियाँ
जब धर्मरथ किसी गाँव में पहुँचता है, ग्रामीण बड़े उत्साह से उसका स्वागत करते हैं। रथ के मंदिर में पूजा-अर्चना होती है। सायंकाल रथ पर स्क्रीन लगाकर रामायण, महाभारत एवं अन्य संस्कारशील फिल्में प्रदर्शित की जाती हैं, जिनका वनवासियों पर अत्यंत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
व्यसन मुक्ति और सामाजिक जागृति
इस योजना के अंतर्गत सत्संग और आध्यात्मिक प्रवचन से व्यसन मुक्ति अभियान को विशेष बल मिलता है। इसके माध्यम से वन क्षेत्रों में सामाजिक समरसता और नई जागृति उत्पन्न हो रही है। ग्रामीणों को एकत्रित कर उन्हें अधिक ज्ञानवर्धक और उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने के लिए प्रेरित किया जाता है।
प्रशिक्षण और आयोजन
एकल श्रीहरि, गाँव के युवा भाई-बहनों को संतों और कथाकारों द्वारा प्रशिक्षण देकर उनके अपने वनक्षेत्रों में हरिकथा, सत्संग, परिवार मंगल, ग्राम मंगल जैसे कार्यक्रमों का आयोजन करवाता है। इसके माध्यम से कहानी सुनाना, आध्यात्मिक विचार-विमर्श, परिवार एवं गाँव कल्याण से जुड़ी रस्में सम्पन्न होती हैं, जिससे समाज में एकता और विकास को बल मिलता है।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस शुभ अवसर पर धनबाद में कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें मदनलाल गोयल, सम्भू नाथ अग्रवाल, रमेश गोयल, बलराम अग्रवाल, सर्जू राम, रवीन्द्र ओझा, दयानंद तिवारी, बलदेव महतो, सोमनाथ पूर्ति, चेतन तुलसियांन, पंकज गोयल, पायल अग्रवाल, रमेश रिटोलिया, केशव कुमार हरोदिया एवं समिति के अन्य सदस्य शामिल थे।
यह धर्मरथ उद्घाटन समारोह न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक है बल्कि वन क्षेत्रों में शिक्षा, संस्कार और सामाजिक जागरण का अमूल्य अभियान भी है।
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