

पुटकी: भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL) की पीबी एरिया स्थित गोपालीचक में संचालित सिंह नेचुरल आउटसोर्सिंग कंपनी में कोयला लोडिंग को लेकर एक बार फिर विवाद गहरा गया है। कोयला डीओ धारकों द्वारा कोयले में मिलावट और पक्षपात की लगातार शिकायतों के बाद, झरिया विधायक रागिनी सिंह ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने स्थानीय लोगों से जानकारी लेने के बाद पीबी एरिया के महाप्रबंधक से बात की और आउटसोर्सिंग कंपनी तथा BCCL अधिकारियों की मिलीभगत पर अपनी कड़ी नाराजगी व्यक्त की।
महाप्रबंधक ने तत्काल कार्यस्थल का निरीक्षण कर सुधार के निर्देश दिए हैं।

विधायक रागिनी सिंह ने मौके से ही कोल इंडिया अध्यक्ष और BCCL सीएमडी को फोन पर पूरी जानकारी दी और चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो गोपालीचक कोल डंप में हड़ताल की जाएगी।

स्थानीय डीओ धारकों और ग्रामीणों का आरोप है कि आउटसोर्सिंग कंपनी कोयले में जला हुआ पत्थर, मिट्टी और छाई मिलाकर भेज रही है, जिससे उन्हें भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि डिपो में कोयला उपलब्ध होने के बावजूद कई ट्रकों को दो सप्ताह तक खड़ा रखा जा रहा है, जबकि कंपनी अपने चहेते डीओ धारकों को बेहतर गुणवत्ता का कोयला दे रही है।
विधायक रागिनी सिंह ने आरोप लगाया कि आउटसोर्सिंग कंपनी पूरी तरह मनमानी कर रही है और इसमें BCCL अधिकारियों तथा स्थानीय पुलिस की भी भूमिका है। उन्होंने यह भी कहा कि आउटसोर्सिंग के पसंदीदा डीओ धारकों को रात के अंधेरे में अवैध रूप से ओवरलोड कोयला भेजा जा रहा है, जिससे स्थानीय डीओ धारक बेरोजगारी और घाटे का शिकार हो रहे हैं।
इस संबंध में क्षेत्रीय महाप्रबंधक ने कहा है कि कोयला लोडिंग नियम और नंबर सिस्टम के तहत हो रही है, और किसी भी त्रुटि की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय डीओ धारक रणजीत रवानी ने मैन्युअल लोडिंग की व्यवस्था की मांग की है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिले, कोयले की गुणवत्ता में सुधार हो, और BCCL को अधिक मुनाफा हो सके।
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