

वाराणसी : महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया के महासचिव भिक्षु पी शिवली थेरो के नेतृत्व में बौद्ध भिक्षुओं ने सुबह बुद्ध की प्रतिमा एवं अस्थि अवशेष कलश की पूजाकर मंदिर के कपाट दर्शन के लिए खोल दिए। दिनभर दर्शन पूजन चलता रहा।
कार्तिक पूर्णिमा पर मुलगंध कुटी बौद्ध मंदिर से तथागत के अस्थि अवशेष कलश की शोभायात्रा निकली। अस्थि अवशेष कलश को वियतनाम के उपासक हाथ में लेकर हाथी पर बैठे थे। 15 हजार अनुयायियों ने अस्थि अवशेष के दर्शन किए।

महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया के महासचिव भिक्षु पी शिवली थेरो के नेतृत्व में बौद्ध भिक्षुओं ने सुबह बुद्ध की प्रतिमा एवं अस्थि अवशेष कलश की पूजाकर मंदिर के कपाट दर्शन के लिए खोल दिए। दिनभर दर्शन पूजन चलता रहा। इस दौरान बुद्ध की अस्थि अवशेष कलश की गाजेबाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई।

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