
निरसा (संवाददाता: नरेश विश्वकर्मा): निरसा प्रखंड के खुसरी पंचायत सचिवालय में आज महत्वाकांक्षी ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हालांकि, इस कार्यक्रम में पंचायत सचिवालय में लोगों की उपस्थिति काफी कम देखी गई। इसका मुख्य कारण कई आवश्यक योजनाओं, जैसे अबुआ आवास और मइयां योजना, के स्टॉल का न लगाया जाना बताया गया, जिससे लोग आकर वापस लौट गए।
योजनाओं के फेल होने और फंड की कमी का आरोप

खुसरी पंचायत के एक प्रत्यक्षदर्शी जे. रवानी ने मीडिया से बातचीत में कार्यक्रम की सफलता पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार की सभी योजनाएं फैल नजर आ रही हैं।

योजनाओं में भेदभाव का आरोप: रवानी ने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन ने केवल अपने आदिवासी समाज के लिए ही योजनाएं निकाली हैं, जबकि ओबीसी और पिछड़ी जाति के लिए कोई योजना नहीं देखी गई।
विकास फंड का अभाव: रवानी ने निरसा के बीडीओ से पूछे गए सवाल का हवाला देते हुए कहा कि केवल राशन कार्ड और जाति-आवासीय फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को पंचायत चुनाव हुए दो साल होने जा रहा है, लेकिन मुखिया को विकास के लिए कोई राशि नहीं दी गई है।
मुखिया ने बताई फंड की समस्या
खुसरी पंचायत के मुखिया सपन गोराई ने भी इस असंतोष की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा आज पंचायत चुनाव को दो साल होने चला, लेकिन अभी तक विकास का कोई प्राक्कलन राशि नहीं दी गई है।
मुखिया ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा:
“आखिर हमलोग क्या करें? इस सरकार आपके द्वार में पिछला साल जो हमलोगों ने अपने-अपने पंचायत में पंडाल लगाया था, उसका बकाया राशि नहीं मिला है। इसलिए इस बार हमलोग कोई पंडाल नहीं किए हैं, केवल पंचायत भवन में ही स्टॉल लगाया गया है।”
मुखिया ने पुष्टि की कि इस बार केवल जाति प्रमाण पत्र, आवासीय प्रमाण पत्र, और राशन कार्ड से संबंधित कार्य ही मुख्य रूप से किए जा रहे हैं।
There is no ads to display, Please add some







Post Disclaimer
स्पष्टीकरण : यह अंतर्कथा पोर्टल की ऑटोमेटेड न्यूज़ फीड है और इसे अंतर्कथा डॉट कॉम की टीम ने सम्पादित नहीं किया है
Disclaimer :- This is an automated news feed of Antarkatha News Portal. It has not been edited by the Team of Antarkatha.com
