

10 फरवरी को देशभर में ‘राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस’ (National Deworing Day) मनाया जाता हैं।
इसके माध्यम से बच्चों के संपूर्ण स्वास्थ्य, पोषण संबंधी स्थिति, शिक्षा और जीवन गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है।
इस दिवस का शुभारंभ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वर्ष 2015 में किया गया था।

इस दिवस का उद्देश्य सरकारी/सरकारी सहायता प्राप्त/निजी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से 1 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को कृमि मुक्त करना है।
इसके माध्यम से बच्चों के संपूर्ण स्वास्थ्य, पोषण संबंधी स्थिति, शिक्षा और जीवन गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकता है।

गौरतलब है कि संपूर्ण विश्व में कृमि संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित बच्चे भारत में ही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O.) ने वर्ष 2014 में यह अनुमान लगाया था कि भारत में 1-14 वर्ष के आयु वर्ग वाले 22 करोड़ से भी अधिक बच्चों को उससे खतरा है।
ज्ञातव्य है कि कृमि मनुष्य की आंतों में रहते हैं और शरीर के लिए जरूरी पोषण तत्वों को नष्ट कर देते हैं।
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