

बोकारो, झारखंड: बोकारो के गोमिया प्रखंड की सबसे कम उम्र की मुखिया सपना कुमारी के अचानक लापता होने का मामला, जिसने पूरे झारखंड में 3 दिनों तक हंगामा मचाए रखा था, अब इस कहावत को चरितार्थ करता दिख रहा है कि “खोदा पहाड़, निकली चुहिया।”
2 अक्टूबर को अचानक लापता हुईं पलिहारी, गुरुडीह की मुखिया सपना कुमारी को बोकारो पुलिस ने 5 अक्टूबर को रांची के रातू थाना क्षेत्र से खोज निकाला था। उनके लापता होने के बाद एसपी हरविंदर सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत SIT का गठन कर दिया था।

कोर्ट में दिया ‘पारिवारिक तनाव’ का बयान
आज डीएसपी, बेरमो वी. एन. सिंह ने कोर्ट में दिए गए मुखिया के बयान की जानकारी दी। 25 वर्षीय, एक बच्चे की माँ सपना कुमारी ने कोर्ट और पुलिस, दोनों के सामने कहा कि वह पारिवारिक तनाव के कारण रांची में अपने एक दोस्त के पास चली गई थीं। उन्होंने परिवार या किसी अन्य के खिलाफ कोई भी शिकायत दर्ज नहीं कराई है। अब वह अपने ससुराल लौट आई हैं।

श्री सिंह ने कहा कि सपना कुमारी अपने क्षेत्र में काफी पॉपुलर हैं और उनके अचानक गायब होने से यह मामला बड़ा बन गया था।
अनुत्तरित सवाल
हालांकि, मुखिया के इस बयान के बाद भी कई सवाल अनुत्तरित रह जाते हैं। जब राज्य में उनकी गुमशुदगी को लेकर इतना हंगामा मचा था और मीडिया में खबर वायरल हो रही थी, तो उन्होंने एक फोन कॉल कर पुलिस, परिवार या पंचायत सचिव/कर्मचारी किसी को भी सूचित क्यों नहीं किया? वह पुलिस के द्वारा खोजे जाने के बाद ही वापस घर क्यों लौटीं?
हजारीबाग जिले की केरेडारी की बेटी सपना के पिता भी केरेडारी प्रखंड क्षेत्र के कंडाबेर पंचायत के मुखिया हैं। फिलहाल पुलिस उनके बयान पर विश्वास कर मामले को बंद करने की तैयारी में है।
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