
L
पटना: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मृत्युंजय झा को बिहार राज्य संस्कृत शिक्षा बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर पार्टी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई है। इस घोषणा के बाद से ही भाजपा कार्यालयों और कार्यकर्ताओं के बीच उत्साह का माहौल है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि झा की नियुक्ति से संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा और बोर्ड के कामकाज में नई ऊर्जा का संचार होगा।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी अधिसूचना के बाद मृत्युंजय झा को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। झा, जो लंबे समय से भाजपा से जुड़े रहे हैं और प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं, अपनी सांगठनिक क्षमता और शिक्षा के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते हैं। उनकी नियुक्ति को शिक्षा के क्षेत्र में भाजपा सरकार की प्रतिबद्धता के रूप में देखा जा रहा है।
इस अवसर पर, भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने मृत्युंजय झा को बधाई दी है। प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि झा की नियुक्ति से संस्कृत शिक्षा को एक नई दिशा मिलेगी और यह बिहार में हमारी सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करने में सहायक होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि झा अपने अनुभव और दूरदर्शिता से बोर्ड को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।

मृत्युंजय झा ने अपनी नियुक्ति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि वह इस जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाएंगे। उन्होंने कहा, “मेरी प्राथमिकता संस्कृत शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाना और इसे आधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप बनाना होगा।” उन्होंने भाजपा नेतृत्व और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार व्यक्त किया। कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटकर और आतिशबाजी कर अपनी खुशी का इजहार किया। यह नियुक्ति भाजपा के भीतर कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने वाली मानी जा रही है।
There is no ads to display, Please add some







Post Disclaimer
स्पष्टीकरण : यह अंतर्कथा पोर्टल की ऑटोमेटेड न्यूज़ फीड है और इसे अंतर्कथा डॉट कॉम की टीम ने सम्पादित नहीं किया है
Disclaimer :- This is an automated news feed of Antarkatha News Portal. It has not been edited by the Team of Antarkatha.com
