

नवजात शिशु बिल्कुल स्वस्थ; डॉक्टर्स का कहना है- 1 लाख बच्चों में से 1 केस होता है ऐसा
रिपोर्ट अंतर्कथा ब्यूरो
नवजात शिशु को चार पैर होने की बात सामने आते ही अस्पताल में ग्रामीणों की भीड़ जुट गई।

बैकुंठपुर प्रखंड के रेवतिथ गांव के पास प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गुरुवार को एक बच्चे ने 4 पैरों के साथ जन्म लिया। जो अब चर्चा का विषय बना गया है। बच्चे के दो पैर नॉर्मल हैं। जबकि दो पैर पिछले हिस्से में हैं। इसमें से एक पैर का साइज काफी छोटा है। इधर, गांव में जिसे भी यह जानकारी मिली वो अस्पताल पहुंच गया। सबकी चाहत थी कि वो एक बार बच्चे को देख लें। हालांकि बच्चे को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है।

दरअसल, प्रसव पीड़ा के बाद रहिन अली की पत्नी रवीना खातून को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। रवीना के इससे पहले दो बच्चे हैं। नवजात के चार पैर होने की बात सामने आने के बाद ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। वहीं, अस्पताल के डॉक्टरों ने बच्चे को तत्काल सदर अस्पताल रेफर कर दिया। यहां बच्चे को नवजात शिशु इकाई में रखा गया है।
जरूरत पड़ी तो हायर सेंटर रेफर किया जाएगा: डॉक्टर
बच्चे का इलाज कर रहे डॉक्टर सौरभ अग्रवाल ने बताया कि इस तरह का मामला रेयर होता है। 1 लाख बच्चों में से एक में इस तरह का मामला होता है। ऐसा जेनेटिक समेत कई कारणों से हो सकता है। कभी-कभी बच्चों के हाथ की अंगुलियां ज्यादा होती हैं। ठीक उसी प्रकार का यह भी मामला है। फिलहाल प्राथमिक इलाज किया जा रहा है। जरूरत पड़ी तो उसे हायर सेंटर रेफर किया जाएगा
There is no ads to display, Please add some





Post Disclaimer
स्पष्टीकरण : यह अंतर्कथा पोर्टल की ऑटोमेटेड न्यूज़ फीड है और इसे अंतर्कथा डॉट कॉम की टीम ने सम्पादित नहीं किया है
Disclaimer :- This is an automated news feed of Antarkatha News Portal. It has not been edited by the Team of Antarkatha.com