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चरपोखरी विद्यालय में ‘सुरक्षित शनिवार’ पर छात्राओं ने उकेरी बाढ़ की त्रासदी, कलात्मक समझ का प्रदर्शन

Byadmin

Aug 4, 2025

 

 

चरपोखरी, पटना: स्थानीय प्रोजेक्ट बालिका +2 विद्यालय, चरपोखरी के कला प्रेक्षागृह में आज ‘सुरक्षित शनिवार’ गतिविधि के तहत एक अनूठी चित्रकला सह पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में छात्राओं ने बाढ़ से प्रभावित मानव जीवन और उसके बचाव के उपायों को अपनी कलात्मकता और मौलिक समझ के साथ पोस्टरों पर उकेरा।

विद्यालय में रचनात्मक माहौल बनाए रखने के उद्देश्य से ऐसे आयोजन नियमित रूप से किए जाते हैं। प्रभारी प्रधानाध्यापक अजय राय ने इस अवसर पर कहा कि ‘सुरक्षित शनिवार’ जैसी महत्वपूर्ण गतिविधियों में कला को माध्यम बनाने से संदेश बेहतर ढंग से संप्रेषित होता है।

इस प्रतियोगिता में लगभग 35 छात्राओं ने हिस्सा लिया और अपनी रचनात्मक शक्ति का शानदार प्रदर्शन किया। शिक्षिका सुश्री अंशिका कुमारी और सुश्री रविनंदनी ने सामूहिक रूप से चित्रों का मूल्यांकन किया। दोनों शिक्षिकाओं ने कला को छात्राओं के बेहतर जीवन सृजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया।

छात्राओं द्वारा बनाए गए चित्रों में उनकी बाल सुलभ समझ के बावजूद बाढ़ की विभीषिका को बड़े ही कलात्मक रूप में प्रस्तुत किया गया था। सपाट रंगों का प्रयोग करते हुए यह स्पष्ट रूप से दिखाया गया था कि कैसे बाढ़ का पानी गलियों में प्रवेश कर जनजीवन को प्रभावित करता है। इन कलात्मक अभिव्यक्तियों ने बाढ़ से उपजी मानवीय त्रासदी को बखूबी दर्शाया, जिसकी उपस्थित लोगों और शिक्षकों ने खूब सराहना की।

इस अवसर पर सुनित त्रिपाठी, प्रमोद कुमार, मनोज कुमार, सुकेश कुमार जैसे गणमान्य व्यक्तियों ने छात्राओं की रचनात्मकता की सराहना की और इसे उनके भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताया। चर्चिल टैगोर सुभांशु शर्मा ने कहा कि छात्राओं में रचनात्मक संभावनाएं भरी हुई हैं, जिन्हें समय-समय पर ऐसी प्रतियोगिताओं के माध्यम से निखारा जा सकता है।

प्रतियोगिता में सुरभी कुमारी, रागिनी कुमारी, खुशी कुमारी, बेबी कुमारी, गुड़िया कुमारी, ज्योति कुमारी, निराशा कुमारी, संध्या कुमारी सहित कई अन्य छात्राओं ने बाढ़ की विभीषिका और बचाव के प्रयासों पर चित्र बनाए। आयोजन का संचालन कर रहे चित्रकार कला शिक्षक रौशन राय ने अपने संबोधन में कहा कि छात्राओं का रचनात्मक विकास तभी संभव है जब उन्हें ऐसे अवसर दिए जाएं। कला कक्ष में मौजूद मीना देवी, प्रमोद कुमार, सुकेश कुमार, खुशी कुमारी, अंशिका कुमारी और रविनंदनी ने संयुक्त रूप से इन चित्रों की सराहना की।


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