
गोविंदपुर, धनबाद। गोविंदपुर खुड़िया नदी रोड पर स्थित प्रसिद्ध मां वन काली मंदिर में काली पूजा के अवसर पर श्रद्धालुओं का भारी सैलाब उमड़ पड़ा। मंदिर परिसर और पूजा पंडाल के प्रवेश द्वार को भव्य तरीके से सजाया गया था। रंग-बिरंगी रोशनी और फूलों की सजावट ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया था।
काली पूजा के उपलक्ष्य में, मंदिर समिति द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने श्रद्धापूर्वक स्वादिष्ट खिचड़ी प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं, जो मां काली के दर्शन और उनका आशीर्वाद लेने के लिए उत्सुक थे।

इस अवसर पर मंदिर के मुख्य पुजारी, श्री सनत कुमार लायक ने मीडिया (संवाददाता उज्जवल कुमार मंडल) से बात करते हुए मंदिर के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह मंदिर कई वर्षों से यहां स्थापित है और यहां की पूजा-अर्चना की विशेष महत्ता है। पुजारी लायक ने कहा, “यह मंदिर बहुत पुराना है और इसकी ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है। यही कारण है कि यहां न केवल गोविंदपुर और धनबाद से, बल्कि अन्य जिलों और दूर-दराज के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं।” उन्होंने दृढ़ता से कहा कि मां वन काली सभी भक्तों की इच्छाएं पूरी करती हैं और उन्हें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।

काली पूजा का यह आयोजन स्थानीय समुदाय की आस्था और भक्ति का केंद्र बन गया। मंदिर समिति के सदस्यों ने भक्तों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक व्यवस्था की थी। पूजा के दौरान सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्वयंसेवकों को तैनात किया गया था। मां वन काली के जयकारे और भक्ति गीतों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान रहा।
(संवाददाता: उज्जवल कुमार मंडल, गोविंदपुर)
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