

झरिया: अलकडीहा शिव मंदिर में चडक पूजा शनिवार को धूमधाम से मनाया गया! इस दौरान 50 से अधिक भोक्ता अपने शरीर के विभिन्न अंगों में लोहे का किल चूभोकर भगवान शिव के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की! इस दौरान मंदिर के पुजारी विकास मुखर्जी,नवीन ठाकुर,राहुल मुखर्जी, ने बताया कि चडक पूजा में भगवान शिव व माता काली की विशेष पूजा अर्चना होती है!कहा कि जिन श्रद्धालु की मन्नत पूरी होती है वे एक दिन पूर्व उपवास रखते है!चडक पूजा के दिन श्रद्धालु अपने पीठ,छाती,जांघ, जीभसहित शरीर के अन्य हिस्सों में कील चुभो कर 30 फिट ऊपर भोक्ता खूंटा के सहारे झूलने का काम करते हैं!भगवान शिव का जयकारा लगाकर परिक्रमा करते है! भोला ,किशोर व राजन ने अपने जीभ में लोहे का तार डाल कर गाजे बाजे के साथ अलकडीहा बूढ़ा बाबा शिव मंदिर का परिक्रमा कर पूजा अर्चना किया! इस मेला का देखने के लिए आसपास सहित दर्जनों गांव से हजारों की संख्या मे महिला, पुरुष,बच्चे, बुढे आते हैं! रविवार को सुबह में काली मंदिर में श्रद्धालु बकरा का बलि देकर पूजा अर्चना करेंगे!!मौके पर जयंती सिंह,हीरा लाल मोदक,चंडी चरण मोदक, हराधन मोदक,पतितपावन मोदक,दयामयि मोदक,हीरालाल गोराई, शिरीष सिंह,अर्जुन सिंह,नेपाल महतो,आदि शामिल थे!
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