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राजीव कुमार झा की कविताएं

Byadmin

Jan 1, 2022

कवि परिचय

नाम – राजीव कुमार झा
पिता का नाम – अवध किशोर झा
माता का नाम – कौशल्या देवी
पता – इंदुपुर , पोस्ट – बड़हिया
जिला – लखीसराय (बिहार)
पिन कोड- 811302
सम्प्रति (कार्य पद) – शिक्षक
मो . न . 6207233401
ई मेल rajeevkumarjha294@gmail

कविताएं

1

नया दिन

नये साल का सपना .
बेहद पुराने दिन का
कोई आया …!

तुमने कितने दिनों के बाद .
आज सुबह में गीत गाकर

सुनाया …!

अरी सुंदरी-
आज मन में उल्लास छाया

प्रकृति ने शीत भरी हरीतिमा में .

सबसे सुंदर घर बसाया!

सरसो के पीले फूलों की
चादर नयी है
आज नदी गर्म झरने से मिलने .
किसी पहाड़ के नीचे गयी है !

धरती हर तरफ खुशियाँ लुटाती .

दोपहर के बाग में तुम .
आज मुझे बाहर बुलाती !
सबसे प्यारा दिन लौटकर

फिर आया !
.
धूप में नदी के किनारे .

आज किसने सबसे पुराना गीत गाया!

अकेली किसी राह में कल .
तुमसे तुमसे बातें करना खूब भाया !

2

जाड़े के बगीचे में

जाड़े के बगीचे में मन की
कुछ बातें !
अकेला होता मन खुद से
बातें करता .
जब तन के पोर पोर में
समा जाता .

उसी वक्त तेज हवा चलती .
शांत हवा खिड़कियों के पास आकर बहती .

ओ चांदनी !
तुम किस दिन जंगल में अकेली विचरती !
कितनी ठंड में एक नदी कुहासे से निकलती .

पहाड़ों पर बर्फ गर्मियों में
जब फिसलती .
मन की तराईयों में हवा
सुबह सिहरती !

मौसम उदास हो रहा है .
खेतों में शाम का सन्नाटा फैला है !

3

शीत से भरा मन

शीत से भरा मन .
दूर खो गये कहीं .
फूलों से भरे उपवन .
थोड़ी धूप आयी .
दोपहर का गगन .
कितने सुंदर सपन .
अरी सुंदरी !
ओ अगन,जीने का जतन


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