

रांची: झारखंड सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए एक नई योजना, ‘मुख्यमंत्री मंईया बलवान योजना’ शुरू करने की घोषणा की है। इस योजना का आधिकारिक ऐलान मुख्यमंत्री झारखंड स्थापना दिवस (15 नवंबर) को करेंगे।
यह नई योजना ‘मुख्यमंत्री मंईया सम्मान योजना’ की ही अगली कड़ी है। ‘मंईया सम्मान योजना’ के तहत वर्तमान में 18 से 50 वर्ष की करीब 50 लाख महिलाएं हर महीने 2500 रुपये की आर्थिक सहायता प्राप्त कर रही हैं। इस योजना पर सरकार हर महीने 1250 करोड़ रुपये खर्च करती है। मुख्यमंत्री सोरेन ने पहले ही स्पष्ट किया था कि यह राशि सिर्फ बैंक खातों में जमा न रहे, बल्कि इसका उपयोग महिलाओं और उनके परिवारों के सर्वांगीण विकास के लिए हो।

इसी सोच के साथ, ‘मुख्यमंत्री मंईया बलवान योजना’ लाई जा रही है। इस योजना के तहत, ‘मंईया सम्मान योजना’ की सभी लाभार्थी महिलाओं को स्वरोजगार और उद्यमिता से जोड़ा जाएगा। उन्हें स्वयं सहायता समूह (SHG) से जोड़ा जाएगा, जिससे वे छोटे-मोटे व्यवसाय शुरू कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।

इसके अलावा, इन महिलाओं को ‘जोहार योजना’ के तहत अतिरिक्त आर्थिक सहायता भी दी जाएगी, ताकि वे अपना खुद का बिजनेस खड़ा कर सकें। यह पहल न सिर्फ महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी, बल्कि उन्हें समाज में एक सम्मानजनक स्थान भी दिलाएगी। मुख्यमंत्री का मानना है कि जब तक महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होंगी, तब तक राज्य का संपूर्ण विकास संभव नहीं है। यह योजना झारखंड में एक नई आर्थिक क्रांति लाने का काम कर सकती है।
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