

बड़कागांव। प्रखंड अंतर्गत बादम मुस्लिम समाज के 16 वर्षों से रह रहे सदर मोकीतउल्लाह से ग्रामीण वर्षों से कमेटी का हिसाब मांग रहे थे लेकिन सदर अपने दबंग परवर्ती के वजह से ग्रामीणों के मांग को दरकिनार करते रहे।
धीरे-धीरे सदर के विरोध में ग्रामीण उग्र होने लगे इसको देखते हुए बड़कागांव इलाकाई सदर हाजी तबस्सुम के हस्तक्षेप के बाद सदर और ग्रामीणों के बीच बादम जामा मस्जिद प्रांगण में बैठे रखी गई बैठक में निर्णय लिया गया कि सदर मोकीतउल्लाह अपने कार्यकाल के सारे हिसाब के कागजात हाजी अजहर इमाम, शेख अब्दुल्ला, नूर हसन, जमाल सागीर और असगर इमाम को 45 दिनों के अंदर सौंप देंगे यही चारों ऑडिट करके समाज के सामने हिसाब प्रस्तुत करेंगे लेकिन 45 दिन बीत जाने के बाद भी मोकीतउल्लाह के द्वारा हिसाब के कागजात उपलब्ध नहीं कराया गया फिर से चार दिनों का समय दिया गया फिर भी कागजात उपलब्ध नहीं कराया गया।

फीर से हाजी तबस्सुम के नेतृत्व में इलाकाई कमेटी जामा मस्जिद प्रांगण में बैठक कर ग्रामीणों द्वारा सदर के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप को सही ठहराते हुए सदर मुकीतउल्लाह और सेक्रेटरी आरिफ वॉकर के साथ-साथ पूरी कमेटी को बर्खास्त करते हुए अगले चुनाव तक शेख अब्दुल्ला, हाजी अजहर इमाम, नूर हसन, बेलाल सागीर, रियाज अहमद, साकिब आजीज, नेहाल अहमद, दुलारे और नैयर इकबाल के देख देख मे समाज की व्यवस्था चलेगी। और यही नौ लोगों के जिम्मे में पिछले सदर मुकीतउल्लाह के कार्यकाल का हिसाब किताब किया जाएगा।

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