

बोकारो थर्मल
राजभाषा विभाग गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 14 सितंबर 2025 को हिंदी दिवस 2025 और पांचवां अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन महात्मा मंदिर कंवेंशन गांधी नगर (गुजरात) में किया गया। केंद्रीय

गृह और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह, श्री भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री गुजरात, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री बंडी संजय कुमार, श्री अर्जुनराम मेघवाल केंद्रीय विधि और न्याय राज्य मंत्री, भर्तृहरि महताब संसदीय राजभाषा समिति के उपाध्यक्ष दिनेश मकवाना सांसद अहमदाबाद, प्रो.विजय पांड्या प्रख्यात गुजराती साहित्यकार, श्रीमती अंशुली आर्या सचिव राजभाषा विभाग, डॉ.मीनाक्षी जॉली संयुक्त सचिव राजभाषा विभाग आदि गणमान्य अतिथियों द्वारा मंगल दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुभारंभ हुआ।

राजभाषा विभाग के सचिव श्रीमती अंशुली आर्या के स्वागत संबोधन के उपरांत गुजरात के मुख्यमंत्री ने गुजरात की धरती पर देश भर से आए हुए हिंदी प्रेमियों का स्वागत करते हुए कहा कि युवाओं को हिंदी के प्रति प्रेम जगाना बहुत जरूरी है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने देश भर के सरकारी संस्थानों से आए राजभाषा कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदी सभी भाषाओं की सखी है। हिंदी कार्यक्रमों को राष्ट्रीय स्तर पर देश के विभिन्न शहरों में आयोजित होने से विशेष दृष्टि और प्रेरणा प्राप्त होती है। हिंदी सिर्फ बोल चाल की ही भाषा नहीं होना चाहिए बल्कि हिंदी विज्ञान, तकनीकी, न्याय और पुलिस की भी भाषा होनी चाहिए। हिंदी एक ऐतिहासिक भाषा है और यह आगे भी इतिहास रचती रहेगी।
राजभाषा क्षेत्र में देश भर के विभिन्न विभागों/उद्यमों को राजभाषा कीर्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। दामोदर घाटी निगम को “ग” क्षेत्र में राजभाषा कार्यान्वयन के क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए तीसरे स्थान के लिए पुरस्कृत किया गया।
दामोदर घाटी निगम के कार्यपालक निदेशक (मासं) श्री अखिलेश कुमार महोदय द्वारा यह पुरस्कार प्राप्त किया गया। श्री आशुतोष पांडेय, उप प्रबंधक (राजभाषा) डीवीसी मुख्यालय भी उपस्थित रहे। श्री काली चरण शर्मा उप महाप्रबंधक (प्रशासन) के नेतृत्व में डीवीसी बोताविके से एक प्रतिनिधिमंडल भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।
इस प्रतिनिधिमंडल में उप महाप्रबंधक (प्रशासन) शर्मा के साथ दीनानाथ शर्मा सहायक नियंत्रक (यां), शशि भूषण प्रसाद सहायक ग्रेड – I तथा केरल टुडू सहायक ग्रेड – I भी शामिल हैं।
“उल्लेखनीय है कि बोकारो थर्मल पावर स्टेशन (बीटीपीएस) एक हिंदी-शासी क्षेत्र में स्थित होने के कारण, दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) में राजभाषा हिंदी के प्रचार प्रसार एवं कार्यान्वयन में लगातार अग्रणी भूमिका निभा रहा है। बीटीपीएस ने सदैव राजभाषा नीति के प्रभावी अनुपालन को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया है और इस दिशा में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं।
यहाँ कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारी न केवल कार्यालयीन कार्य में हिंदी का सक्रिय प्रयोग कर रहे हैं, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं, कार्यशालाओं, संगोष्ठियों तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से हिंदी के संवर्धन और प्रसार को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। बीटीपीएस के इस सतत प्रयास ने डीवीसी में एक सशक्त राजभाषा वातावरण का निर्माण किया है, जो निगम के अन्य प्रतिष्ठानों के लिए भी प्रेरणास्रोत है।
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